गौरी-शंकर रुद्राक्ष

(गौरी-शंकर रूद्राक्ष ) Gauri Shankar Rudraksha Benefits In Hindi

गौरी-शंकर रूद्राक्ष के बारे में पूर्ण जानकरी और लाभ

गौरी-शंकर रूद्राक्ष (Gauri Shankar )में दो रूद्राक्ष प्राकृतिक रूप से एक दूसरे से जुड़े रहते है  ये दोनों रूद्राक्ष गौरी और शंकर के प्र्रतिक है | यह रूद्राक्ष भगवान शिव एवं माता पार्वती का प्रत्यक्ष स्वरूप है | इसे घारण करने वाले को शिव और शक्ति दोनों की कृपा प्राप्त होती है | यह रूद्राक्ष गृहस्थ जीवन सुख की प्राप्ति के लिए अत्यंत शुभ माना गया है | जिन लोगों का दांपत्य जीवन ठीक से नही चल रहा है, या जिन युवक-युवतियों के विवाह में विलंब हो रहा हो उन्हें गौरी शंकर रूद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए  गौरी – शंकर रूद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति को सुखी दांपत्य जीवन और खुशहाल परिवार की प्राप्ति होती है और भाग्य में वृद्वि होती है तथा वैवाहिक जीवन में कोई समस्या नहीं आती है |

विवाह न होने या पारिवारिक शांति न होने पर व्यक्ति को मानसिक व शारीरिक रूप से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, वह पूर्णरूप से अपने कार्यो पर ध्यान नहीं दे पाता, कई वार तो अनेक रोगों का शिकार भी हो जाता है जिसमें मांनसिक तनाव व रक्तचाप प्रमुख है ऐसी स्थिति में यदि वह भोलेनाथ की स्तुति करता है और यह रूद्राक्ष धारण करता है तो शीध्र विवाह होता है और अन्य कई समस्याओं व रोगों का अंत भी होता है|

 

गौरी-शंकर रुद्राक्ष
गौरी-शंकर रुद्राक्ष

 

गौरी-शंकर रूद्राक्ष और मंगल दोष निवारण

यह रूद्राक्ष धारण करने से न केवल लड़के-लड़कियों को योग्य जीवन साथी की प्राप्ति होती है अपितु मंगली दोष व अन्य दोषों से भी मुक्ति मिलती है | यदि आप आर्थिक स्थिति को लेकर चिन्तित हैं, कर्ज में डूबे हैं और शीध्र ही आर्थिक स्थिति में सुधार चाहते है तो आपको प्राण-प्रतिष्ठित सिद्व किया हुआ यह रूद्राक्ष धारण करना चाहिए | यदि आपकी या आपके बच्चों की आयु अधिक हो गई है और बहुत प्रयास करने के पश्चात भी विवाह नहीं हो पा रहा है तो आपको गौरी-शंकर रूद्राक्ष के साथ ही पांच और छह मुखी रूद्राक्ष धारण करना चाहिए यहरूद्राक्ष वे लोग भी धारण कर सकते है जो अपनी इच्छानुसार वर अथवा वधु चाहते है |
यह सभी जानते हैं कि शिव सदैव शक्ति युक्त ही होते हैं, अतः स्त्रियां भी रूद्राक्ष अवश्यमेंव धारण कर सकती है गौरी-शंकर रूद्राक्ष तथा गौरी-गणेश रूद्राक्ष तो विशेषतः स्त्रियों के लिए ही होते हैं गौरी-शंकर रूद्राक्ष से वैवाहिक सुख ओर गौरी-गणेश रूद्राक्ष से संतान सुख की प्राप्ति होती है

गौरी-शंकर रूद्राक्ष

गौरी-शंकर रूद्राक्ष का  गृहस्थ जीवन में प्रभाव

  • गृहस्थ जीवन मेें सुख-शांति और आपसी प्रेम बढाने में गौरी-शंकर रूद्राक्ष चमत्कारिक रूप से कार्य करता है
  • बात-बात में पति-पत्ःनी के बीच मतभेद उत्पन्न हो रहे हो, पति-पत्नी के बीच दरार बढती जा रही हो और आये दिन विवाद होता हो, गृह क्लेश होता रहता है तो ऐसी परिस्थिति में आपको निश्चय ही भगवान रूद्र की देन गौरी-शंकर रूद्राक्ष की सहायता लेनी चाहिए
  •  पारिवारिक सुख-शांति एवं वंश वृद्वि में यह रूद्राक्ष सहायक माना गया है, जिन स्त्रिीयों को गर्भ ठहरने में समस्या वो इसे धारण करें|
  •  गौरी-शंकर रूद्राक्ष को अभिमंत्रित करके तिजोरी में रखने से कभी आर्थिक संकटो का सामना नहीं करना पड़ता है
  •  जिस घर में गौरी-शंकर रूद्राक्ष होता है वहां बुरी शक्तियों का साया नहीं मडराता बुरी नजर से बचाव होता है
  •  जिन स्त्री या पुरूषों को कोई यौन समस्या है वे भी यह रूद्राक्ष धारण करें, समस्या समाप्त हो जाएगी
  •  मांगलिक दोष निवारण में गौरी-शंकर रूद्राक्ष धारण करने से न केवल लड़के-लड़की को योग्य जीवन साथी की प्राप्ति होती है बल्कि मंगली दोष और अन्य दोषों से भी मुक्ति मिलती है
  •  गौरी-शंकर रूद्राक्ष धारण करने से स्वास्थ्य लाभ मिलता है, बार‘-बार व्यक्ति बीमार नहीं पड़ता है
  • नेपाली गौरी शंकर रुद्राक्ष ज्यादा प्रभावी माना जाता है (गौरी-शंकर  नेपाली  रूद्राक्ष लेने के लिए संपर्क करे :  Whatsapp:7209478336  )

गौरी-शंकर रूद्राक्ष को धारण करने के नियम :

प्रमुख तौर पे गौरी श्नाक्र रुद्राक्ष को जागृत कर के धरा करना चाइये | जागृत रुद्राक्ष का प्रभाव बक्की रुद्राक्ष के तुलना में अधिक होता हैं  इस आप किसी योग्य ब्राह्मण से यह कम करा सकते हैं  और सोमवार या किसी शुभ मुहर्त में गौरी श्नाकर रुद्राक्ष को धारण करना चाइये | अगर आप व्विहाहित है तो दोनों वर और कन्या को रुद्राक्ष धारण करना चाइये इससे दोनों के बिच के सम्बन्ध में मधुरता आयेगी और  वैवाहि और अध्यातिम्क जीवन में उनती होगी दोनों पक्षों की |

प्राकृतिक गौरी शंकर  रूद्राक्ष का विडियो 

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